Saturday, December 13, 2008

एकता

भारत माता की जय
कहदो ये ज़माने से नहीं ज़ुल्म सहेंगे
हम एक थे हम एक हैं हम एक रहेंगे...नुसरत बद्र का शेर अपने भारत के लिए